हिंदी सिर्फ भाषा नहीं बल्कि भारत का आत्मा-सचदेवा
हिंदी दिवस पर बद्दी के उद्योग में कार्यक्रम
न्यूज़घाट टीम। बद्दी
हिंदी दिवस पर शुक्रवार को बद्दी के क्योरटैक उद्योग में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के तौर सामाजिक कार्यकर्ता एवं पार्षद एडवोकेट संदीप सचदेवा उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अमित सिंगला सोशल वैल्फेयर सोसाईटी के चेयरमैन सुमित सिंगला ने की। अपने संबोधन में मुख्य वक्ता सचदेवा ने कहा कि आजादी के बाद हिंदी का जितना विकास होना चाहिए उतना नहीं हुआ और आज इसका दर्जा दोयम दर्जे का है। किसी भी राष्ट्र ही पहचान उसके राष्ट्रीय ध्वज, राष्ट्रीय गीत व राष्ट्रीय भाषा से होती है। राष्ट्रीय भाषा ही एक राष्ट्र का परिचय तो होती है वहीं वह देश की आत्मा होती है जिसके माध्यम से हमें एक जुडाव व अपनत्व का अहसास होता है। परंतु इसके विपरीत अंग्रेजी भाषा का बोझ सबसे ज्यादा भारत पर है।

इंग्लैंड को छोडकर विश्व के किसी भी देश में अंग्रेजी को इतना महत्व नहीं दिया जाता। भारत में सब लोगों को हिंदी का ज्ञान है परंतु फिर भी हम अंग्रेजी बोलना अपनी शान समझते हैं जो कि अपनी मातृभाषा को नीचा दिखाने का काम है। संदीप ने सब लोगों से आहवान किया कि हमारे सबके हस्ताक्षर हिंदी में होने चाहिए ताकि उससे राष्ट्रीयत्व का परिचय मिल सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सुमित सिंगला ने कहा कि अंग्रेजी एप्पल से शुरु होकर जैब्रा पर समाप्त होती है और वहीं हिंदी अनपढ से शुरु होकर ज्ञानी बनाकर छोडती है।
उन्होने कहा कि हिंदी भाषा में अनंत शब्द व उसके पर्यायवाची है जो कि मन में मिठास व मधुरता घोल देते हैं जबकि अंग्रेजी सीमीत शब्दों की भाषा है। सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि दिन प्रतिदिन भारत ही नहीं बल्कि विश्व में भी हिंदी का बोलवाला बढ़ा है। पंतजलि के जिला प्रभारी किशोर ठाकुर ने कहा कि हिंदी दिवस मनाना दुर्भाग्यपूर्ण हैं क्योंकि यह कोई त्यौहार व उत्सव नहीं है बल्कि यह भारत की नस नस में समाई मातृभाषा है जो कि भारत को एकसूत्र को पिरोती है।
इस अवसर पर सुमित सिंगला के अलावा पवन कुमार ठाकुर, किशोर ठाकुर, सतीश शर्मा, ऋषि ठाकुर, सचिन बैंसल, दीपक कुमार, ओम प्रकाश शर्मा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
